जिन दिनों आप थे
आँख में धुप थी
जिन दिनों आप रहते थे
आँख में धुप रहती थी
अब तो जाले ही जाले हैं
ये भी जाने ही वाले हैं
वो जो था दर्द का करार कहाँ ?
वो जो था दर्द का करार कहाँ ?
अब मुझे कोई इंतेज़ार कहाँ?
वो जो बहते थे आबशार कहाँ?
अब मुझे कोई इंतेज़ार कहाँ .....
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